पुष्कर सरोवर में पंचतीर्थ महास्नान और ब्रह्मा मन्दिर समेत अन्य मन्दिरों में दर्शनों के लिए भक्तों का सैलाब इस साल देखने को नहीं मिला। महास्नान दिनभर चलेगा, लेकिन इस दौरान खचाखच भरे रहने वाले पुष्कर सरोवर के घाट व मन्दिर सूने नजर आए। श्रद्धालु इस बार आए हैं, लेकिन जहां बीते सालों में दो से तीन लाख लोग आते थे, उसके मुकाबले इस बार संख्या महज नाममात्र की रही। कोरोना संक्रमण के चलते पुष्कर मेला निरस्त कर दिए जाने से श्रद्धालु व पर्यटक काफी कम रहे।
पुष्कर में हर बार मेला भरता था और विभिन्न कार्यक्रम होते थे, लेकिन इस बार कोरोना गाइड लाइन के चलते न तो मेला भरा और नही कोई आयोजन हुए। सरोवर में स्नान व मन्दिरों के दर्शन पर कोई पाबंदी नहीं रही। धार्मिक स्थल खुले रहे और श्रद्धालुओं ने कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए सरोवर में स्नान व मंदिरों में दर्शन किए। सुरक्षा के लिए पुलिस की ओर से अतिरिक्त पुलिस तैनात की गई। प्रमुख घाटों, मंदिरों, मुख्य मार्गों व बाजारों में पुलिस जवान देखे गए।
छह दिन का हुआ स्नान
धार्मिक मान्यता के मुताबिक, कार्तिक शुक्ल एकादशी से पूर्णिमा तक जगत पिता ब्रह्माजी ने पुष्कर सरोवर में सृष्टि यज्ञ किया था। इसी के चलते यहां हर साल पांच दिन का स्नान होता था, लेकिन इस बार बारस दो दिन की होने के कारण स्नान छह दिन का हुआ। कार्तिक मास की देव प्रबोधिनी एकादशी से शुरू हुए पंचतीर्थ स्नान का समापन सोमवार को महास्नान के साथ हो जाएगा।
सोशल डिस्टेंसिंग नजर नहीं आई, कई लोगों ने मास्क तक नहीं लगाया
पुष्कर में पंचतीर्थ महास्नान का लेकर पुलिस व प्रशासन की ओर से अपील की जा रही है, इसके बावजूद कोरोना गाइड लाइन का उल्लंघन देखा गया। भीड़ कम होने के बावजूद बाजारों व घाटों सहित मन्दिरों में कहीं भी सोशल डिस्टेंसिंग नजर नहीं आई और कइयों ने तो मास्क भी नहीं लगाया। जगह जगह पुलिसकर्मियों की मौजूदगी भी थी, लेकिन कोई रोक-टोक नहीं देखी गई।
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3ob5ffA
via IFTTT
0 Comments