कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए वैक्सीन ट्रायल फेज में है और इसके केस कम होने के बजाए बढ़ते जा रहे हैं। पिछले 9 महीनों से हमारे सामने इससे बचने की चुनौती बनी हुई है। अभी वैक्सीन नहीं है तो मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन और इम्यून सिस्टम की मजबूती ही बचने के रास्ते हैं। इम्यून सिस्टम की मजबूती के लिए एक्सरसाइज जरूरी है और इसमें भी अहम है रनिंग, क्योंकि इनडोर जिम में फिजिकल एक्टिविटी से भी कोरोना का खतरा हो सकता है।
सवाल ये है कि आप रनिंग कैसे करते हैं? इसके लिए मानसिक और शारीरिक तैयारी कैसी होनी चाहिए? ये सवाल आपको अटपटे लग सकते हैं, क्योंकि आमतौर पर हम रनिंग को लेकर विशेष तैयारियां नहीं करते, पर यह हमारा भ्रम है। भोपाल में फिटनेस कोच सतीश कुमार कहते हैं कि रनिंग के भी तौर-तरीके और बारीकियां होती हैं। हम इन पर ध्यान देना शुरू कर दें तो रनिंग ज्यादा फायदेमंद हो सकती है।
नए रनर हैं तो ऐसे करें शुरुआत
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ऐसे लोग जो रनिंग शुरू कर रहे होते हैं, उन्हें सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। आमतौर पर जानकारी न होने से लोग अपने हिसाब से रनिंग करने लगते हैं। गलत अप्रोच के चलते कई बार घुटना और कमर भी डैमेज हो जाती है।
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एक्सपर्ट्स के मुताबिक, नए लोगों को रनिंग शुरू करने के दौरान स्टेमना पर भी ध्यान देना चाहिए। स्टेमना धीर-धीरे ही बढ़ता है इसलिए रनिंग भी धीरे-धीरे ही बढ़ानी चाहिए।
ठंड में रनिंग के 7 तौर-तरीके
1. लेयर वाले कपड़े पहनें
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आमतौर पर हम लोग सर्द हवाओं से बचने के लिए ठंड में भरी-भरकम कपड़े पहनकर रनिंग के लिए निकल जाते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, भारी कपड़ों के चलते हांफने की समस्या होने लगती है। साथ ही ज्यादा पसीना निकलने की वजह से डिहाइड्रेशन होने की भी आशंका रहती है।
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लेयर वाले कपड़े भारी कपड़ों के अच्छे विकल्प हो सकते हैं। इसमें सर्द हवा पास होकर शरीर तक नहीं पहुंच पाती और ये हल्के भी होते हैं।
2. सांस लेने का सही तरीका
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आप रनिंग के दौरान रुक कर सांस लेते हैं? अगर हां तो कैसे? अगर आप अचानक बैठ कर सांस लेते हैं तो यह गलत है, इससे आपका स्टैमिना कमजोर होगा। कई बार दौड़ने के दौरान हम में से बहुत लोग नाक के बजाए मुंह से सांस लेते हैं। यह भी हमारे स्टैमिना के लिए ठीक नहीं है।
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एक्सपर्ट्स कहते हैं कि जब भी रेस्ट लेने के लिए रुकें। झुक कर कुछ देर चलते हुए सांस लें, उसके बाद रुक कर सांस लें। इस दौरान भी हमें मुंह के बजाए नाक से सांस लेनी है।
3. ज्यादा पानी पीएं
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ठंड के समय में हम पानी पीने से दूर भागते हैं और इन दिनों प्यास भी कम ही लगती है पर शरीर को पानी की उतनी ही जरूरत होती है। कम पानी पीकर रनिंग पर जाने से डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है इसलिए ठंड में भी औसतन 4 लीटर पानी पीना जरूरी है।
4. ग्रिप वाले जूते का पहनें
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सर्दियों में ओस पड़ने से सड़कें और मैदान भीग जाते है, जिस पर रनिंग में फिसलने का खतरा भी होता है। इससे बचने के लिए आप ग्रिप वाले जूते का इस्तेमाल कर सकते हैं।
5. तेज न दौड़ें
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सर्दियों में हमारा ब्लड सर्कुलेशन दूसरे मौसम की तुलना में धीमा होता है इसलिए हमें रनिंग की शुरुआत धीमी करनी चाहिए। कुछ देर वार्मअप होने के बाद हम स्पीड बढ़ा सकते हैं, लेकिन इसे ज्यादा बढ़ाना खतरनाक हो सकता है। सर्दियों में तेज रनिंग करने से सांस फूलती है, जो हार्ट अटैक की वजह बन सकती है।
6. कपड़े तुरंत बदल लें
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सर्दियों में दौड़ते समय शरीर की गर्मी तेज होने से पसीना आता है, जिससे कपड़े गीले हो जाते हैं और यह गीले कपड़े निमोनिया के होने का कारण भी बन सकते हैं। रनिंग के बाद हमारी कोशिश यह होनी चाहिए कि हम जितना जल्दी हो सके, कपड़े बदल लें।
7. वार्मअप करें
- दौड़ने से पहले कुछ समय वार्मअप करें, जिससे मांसपेशियां दौड़ने के लिए तैयार हो जाएंंगी और शरीर को गर्मी भी मिलेगी। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि यह बहुत आम टिप्स है, लेकिन इसे किए बगैर रनिंग करने के कई नुकसान हैं।
- अगर आप बिना वार्मअप लगातार रनिंग कर रहे हैं तो मांसपेशियों में खिंचाव और जॉइंट इंजरी जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं।
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