आज की कहानी है उत्तर प्रदेश के जौनपुर की रहने वाली शशिकला चौरसिया की। 46 साल की शशिकला खास जौनपुरिया अंदाज और आसान भाषा में अपने यूट्यूब चैनल पर तरह-तरह के पकवानों की रेसिपी बताती हैं। उनके यूट्यूब चैनल अम्मा की थाली पर 1.37 मिलियन यानी 13 लाख 70 हजार सब्सक्राइबर हैं। वहीं, उनके चैनल पर अपलोडेड 22 वीडियो पर 1 मिलियन से ज्यादा व्यूज हैं।
शशिकला के तीन वीडियो पर 5 मिलियन से ज्यादा व्यूज हैं। सूजी के गुलाब जामुन बनाने के उनके वीडियो पर तो 43 मिलियन व्यूज हैं। इसके अलावा उनके बनाए स्पंजी रसगुल्ला, हलवाई जैसे बेसन के लड्डू, गोभी का कोफ्ता, गुलाब जामुन, गाजर का हलवा के वीडियो पर 10 मिलियन से ज्यादा व्यूज हैं। आज शशिकला अपने खाना बनाने के हुनर के जरिए यूट्यूब चैनल से हर महीने एवरेज 50 हजार रुपए की कमाई कर रही हैं।
शशिकला के यूट्यूब चैनल के ऑपरेशन्स में उनके बड़े बेटे चंदन अहम भूमिका निभाते हैं। वहीं दूसरे नंबर के बेटे सूरज वीडियो एडिटिंग और सबसे छोटे पंकज वीडियो रिकॉर्ड का काम संभालते हैं।
जियो लॉन्च हुआ तो अम्मा के हुनर को यूट्यूब पर लाने का विचार आया
चंदन बताते हैं- अम्मा हमेशा से बहुत अच्छा खाना बनाती थीं। तीज-त्योहार पर तो उनके बनाए खाने की हर कोई तारीफ करता था। सितंबर 2016 में रिलायंस जियो सिम लॉन्च हुआ था। गांव-गांव तक हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचने लगा था। यूट्यूब वीडियो देखने वालों की तादाद भी बढ़ने लगी थी। एक दिन खाना खाते वक्त मैंने सोचा कि क्यों न अम्मा के खाना बनाने के वीडियो बनाकर यूट्यूब पर डाले जाएं।
हमने 8 नवंबर 2017 को अपना यूट्यूब चैनल बनाया। हम अपनी मां को अम्मा कहते थे इसलिए सोचा क्यों न चैनल का नाम अम्मा की थाली रखें। वो कहते हैं- हमने अपने चैनल पर पहला वीडियो काशी की प्रसिद्ध बूंदी खीर का बनाया था लेकिन इस वीडियो पर कोई खास रिस्पांस नहीं मिला।
हम 6 महीने तक वीडियो बनाते रहे, लेकिन न तो व्यूज में कोई खास इजाफा हुआ और ना ही सब्सक्राइबर की संख्या में। फिर 31 मई 2018 को हमने आम का अचार बनाने के तरीके पर एक वीडियो बनाकर अपलोड किया। इस वीडियो पर हमें बहुत अच्छा रिस्पांस मिला। उस वक्त हमारे बमुश्किल 3 हजार सब्सक्राइबर थे, जो तीन महीने में बढ़कर 1 लाख हो गए। फिर ये सिलसिला चलता रहा और आज हमारे चैनल पर 1.37 मिलियन यानी 13 लाख 70 हजार सब्सक्राइबर हैं।
गोल्ड प्ले बटन मिलना जीवन का यादगार क्षण, अब डायमंड प्ले बटन की तैयारी
शशिकला बताती हैं- हमें दिसंबर 2018 में यूट्यूब से सिल्वर प्ले बटन मिला था। फरवरी 2020 में 1 मिलियन सब्सक्राइबर होने पर हमें गोल्ड प्ले बटन मिला। जिस दिन हमें गोल्ड प्ले बटन मिला, वो हमारे परिवार के लिए सबसे बड़ी खुशी का दिन था। अब हमारा लक्ष्य 10 मिलियन सब्सक्राइबर के साथ डायमंड प्ले बटन तक पहुंचने का है। इसके लिए हम लगातार कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
शशिकला का कहना है कि उनके बनाए गए गोभी का कोफ्ता, बूरा से लड्डू और आम के अचार की रेसिपी यूनीक थी। इससे पहले किसी भी यूट्यूब चैनल पर ऐसी रेसिपी नहीं थी, इसलिए उनके वीडियोज को इतना पसंद किया गया। हालांकि अब कई लोगों ने इन रेसिपीज के वीडियो बनाकर अपलोड किए हैं। वे कहती हैं कि उन्होंने खाना बनाने की कला मां शांति देवी से सीखी। वहीं स्वभाव में नरमी पिता कन्हैया लाल चौरसिया के संस्कारों की वजह से है।
चंदन बताते हैं- हमारे फेसबुक पेज पर 1.1 मिलियन, जबकि इंस्टाग्राम पेज पर 2 लाख 12 हजार फालोअर्स हैं। हमारे टिकटॉक अकाउंट पर पर 6 महीने में ही 3 मिलियन फॉलोअर्स हो गए थे, वहां हमें रोजाना एवरेज 20 मिलियन व्यूज मिल रहे थे। लेकिन, जून 2020 में भारत में टिकटॉक बैन होने के बाद हमारा अकाउंट भी बंद हाे गया।
मोबाइल से शुरू हुआ सफर, अब स्टूडियो सेटअप की तैयारी
चंदन के पिता कैलाशनाथ चौरसिया की जौनपुर में मिठाई की एक छोटी सी दुकान है। चंदन समेत तीनों भाई और उनकी मां अब बनारस में शिफ्ट हो गए हैं। चंदन बताते हैं- शुरुआत में हम एमआई नोट-4 मोबाइल से वीडियो शूट करते थे और एक पुराने लैपटॉप पर काम चलाऊ एडिटिंग किया करते थे।
जैसे-जैसे सब्सक्राइबर और कमाई में इजाफा हुआ, हमने नया DSLR कैमरा, एडिटिंग सॉफ्टवेयर और नया लैपटॉप ले लिया। अभी हम हर हफ्ते 5 वीडियो बनाते हैं और अब तक 450 से ज्यादा वीडियोज बनाकर अपलोड कर चुके हैं। जल्द ही हम एक स्टूडियो सेटअप करने की तैयारी में हैं, जहां हम और भी व्यवस्थित तरीके से रेसिपी वीडियो रिकॉर्ड कर सकेंगे। तब अम्मा स्क्रीन पर भी नजर आएंगी।
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